इस साल हिंगोट युद्ध होगा या नहीं, हाई कोर्ट में सुनवाई आज
इंदौर। हर वर्ष दीपावली के दूसरे दिन गौतमपुरा में होने वाला हिंगोट युध्द इस साल होगा या नहीं। मंगलवार को हाई कोर्ट में होने वाली सुनवाई मेें यह तय हो सकता है। इस मामले को लेकर 2017 में एक जनहित याचिका दायर हुई थी। महामारी की वजह से लंबे समय से इसमें सुनवाई नहीं हो सकी थी। मंगलवार को मामले में बहस होना है। याचिका में मांग की गई है कि दशकों से जारी इस परम्परा को बंद किया जाए।
जनहित याचिका सामाजिक कार्यकर्ता एसपी नामदेव ने दायर की है। याचिकाकर्ता की तरफ से एडवोकेट प्रतीक माहेश्वरी पैरवी कर रहे हैं। कहा है कि हर साल हिंगोट युद्घ में कई लोग घायल हो जाते हैं। कई बार मौत भी हो चुकी है। 20 अक्टूबर 2017 को हुए हिंगोट युद्घ में 36 लोग घायल हुए थे। एक युवकी की मौत भी हुई थी। 2018 में भी हिंगोट युद्ध के दौरान आधा दर्जन से ज्यादा लोग गंभीर रुप से घायल हो गए थे हालांकि किसी की मौत नहीं हुई। याचिका में मांग की गई है कि जिस तरह से कोर्ट के दखल के बाद बाल विवाह, सती प्रथा जैसी कई प्रथाएं रोकी जा चुकी हैं वैसे ही हिंगोट युद्घ पर भी रोक लगाई जाए।
याचिका में शासन का जवाब आ चुका है। सरकार का कहना है कि लोगों को लगातार समझाई दी जाती है कि यह खतरनाक है, लेकिन चूंकि यह परंपरा है इसलिए जारी है। याचिकाकर्ता ने इस जवाब पर रिजाइंडर प्रस्तुत कर कहा था कि जब सरकार मान रही है कि हिंगोट युद्घ खतरनाक है तो इसे रोका क्यों नहीं जा रहा। मंगलवार की सुनवाई के बाद ही तय होगा कि इस साल 5 नवंबर को हिंगोट युद्ध होगा या नहीं।