सीएमएचओ हुए नाराज़ और करवा दी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कोविड वार्डों में पलँग की गिनती, पढ़िए क्या है वजह
जबलपुर। नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल से गंभीर हालत में भी कोरोना मरीजों को टरकाए जाने से नाराज मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रत्नेश कुरारिया ने सोमवार को बिस्तरों की गिनती करवा ली। जानकारी के अनुसार मेडिकल कॉलेज अस्पताल से रोजाना बड़ी तादात में कोरोना मरीजों को भर्ती करने से मना किया जा रहा है।
कुछ मरीजों की प्रतीक्षा सूची में ही मौत हो गई। रक्त में काफी कम आक्सीजन स्तर वाले मरीजों को भी सिर्फ आक्सीजन सुविधा वाले मनमोहन नगर अस्पताल व ज्ञानोदय छात्रावास में भर्ती होने की सलाह दी जाती है। बताया जाता है कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कुरारिया को मेडिकल के कोविड वार्ड में एक मरीज को भर्ती कराने में पसीना आ गया। वे इतने हताश हो गए कि पुलिस अधिकारियों से बल की मांग कर डाली ताकि जवानों के साथ मेडिकल के कोविड वार्डों में पलंग की गिनती करवाई जा सके। हालांकि कुछ घंटे बाद संबंधित मरीज को मेडिकल के कोविड वार्ड में भर्ती कर लिया गया। अगले दिन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने एक चिकित्सक को मेडिकल व सुपर स्पेशियलिटी समेत परिसर स्थित तमाम कोविड उपचार केंद्रों में उपलब्ध पलंग व भर्ती मरीजों की गिनती करने के निर्देश दिए। बताया जाता है कि वार्डों का भ्रमण करने के बाद चिकित्सक ने उन्हें जानकारी दी कि कोविड के 850 बिस्तरों में 825 पर मरीज भर्ती हैं तथा 25 ही खाली हैं।
80 से कम ऑक्सीजन में बोले भर्ती होना है तो पॉजिटिव रिपोर्ट लाओ वरना ज्ञानोदय जाओ: कोरोना वायरस संदिग्ध एक मरीज को लेकर स्वजन मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे उस समय मरीज के रक्त में ऑक्सीजन का स्तर 80 से कम हो चुका था। शरीर के अन्य लक्षण भी कोरोना वायरस के संक्रमण की तरफ इशारा कर रहे थे। मरीज करीब आठ दिन से बीमार चल रहा था। तबीयत अचानक खराब होने के बाद स्वजन मेडिकल पहुंचे थे जहां मौजूद डॉक्टर ने कहा कि कोरोना की रिपोर्ट देखने के बाद ही वे मरीज को भर्ती करेंगे। स्वजन ने बहुत मेहनत की परंतु कोई असर नहीं हुआ। अंत में डॉक्टर ने मरीज को ज्ञानोदय छात्रावास रांझी भेजने का सलाह दे दी।