ब्रेकिंग
विधायक इंद्र साव ने किया मतदान कहा लोगो का आज भी लोकतंत्र पर है विश्वास विधायक इंद्र साव के नेतृत्व में निकली रैली में उमड़ा जन सैलाब विधानसभा चुनाव से ज्यादा की मिलेगी इस बार लीड :-इंद्र साव भाटापारा शहर पुलिस द्वारा संतमाता कर्मा वार्ड भाटापारा में घटित अंधेकत्ल के मामले का 24 घंटे के भीतर किया गया पर्दाफाश भाटापारा शहर पुलिस द्वारा आनलाईन क्रिकेट सट्टा का संचालन करने वाले 03 आरोपियों को किया गया गिरफ्तार बृजमोहन अग्रवाल ने भाटापारा नगर में रोड शो कर जनता से भाजपा के लिए वोट मांगे कांग्रेस की राजनीति का उद्देश्य युवराज को लांच कर परिवार के लिए सत्ता का उपयोग करना है -मुख्यमंत्री विष्णु देव साय। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा न... बृजमोहन अग्रवाल का जन्मदिन माता देवालय वार्ड तालाब समीप में झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ ने वार्डवासियों के साथ मनाया रायपुर लोकसभा में इस बार भाजपा का तिलस्म टूटेगा,विकास उपाध्याय की होगी अच्छी जीत:- भूपेश बघेल रायपुर लोकसभा में इस बार भाजपा का तिलस्म टूटेगा,विकास उपाध्याय की होगी अच्छी जीत:- भूपेश बघेल भाटापारा विधायक इन्द्र साव ने कांग्रेस की महालक्ष्मी नारी न्याय गारंटी का शुभारंभ किया

हार्दिक के जाने के बाद नरेश पटेल को रिझाने में जुटी कांग्रेस

अहमदाबाद, गुजरात चुनाव से पहले इन दिनों दो पाटीदार नेताओं हार्दिक पटेल और नरेश पटेल की चर्चा है। दोनों कौन सी पार्टी जॉइन करेंगे या उनका अगला कदम क्या होगा इस पर दांव लगाया जा रहा है। दरअसल, पाटीदार आरक्षण आंदोलन से उठे नेता हार्दिक ने 18 मई 2022 को तीन साल बाद कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी की जमकर तारीफ की। दूसरी ओर, गुजरात कांग्रेस के बड़े नेताओं ने उद्योगपति और श्री खोदलधाम ट्रस्ट (एसकेटी) के अध्यक्ष नरेश पटेल से मुलाकात की।
हालांकि, कांग्रेस के लगभग हर दलबदलुओं का स्वागत करने वाली भाजपा फिलहाल हार्दिक के बारे में चुप है। हार्दिक और भाजपा के बीच जो चीज आड़े आ रही है वो है 2015 के आंदोलन से उपजे पाटीदार प्रदर्शनकारियों के खिलाफ आपराधिक मामले। इन मामलों को वापस लेना अभी बाकी है। कुल 246 मामलों में से, भाजपा सरकार केवल 10 को वापस लेने के लिए आगे बढ़ी है। हार्दिक के खिलाफ उनमें से दो मामले देशद्रोह कानून के तहत हैं। गौरतलब है कि 2015 के विरोध प्रदर्शन ने मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल के नेतृत्व वाली तत्कालीन भाजपा सरकार को झकझोर कर रख दिया था।

हार्दिक के पार्टी में शामिल होने से बढ़ेगा असंतोष: हार्दिक के भाजपा में शामिल होने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “एक समय पर हार्दिक पटेल ने परी कथाओं के जैसे शुरुआत की थी लेकिन अब वह जमीन खो चुके हैं।” भाजपा के नेता भी इस बात से आशंकित हैं कि हार्दिक के पार्टी में शामिल होने से पार्टी के नेताओं में बेचैनी होगी। कांग्रेस से कई दलबदलुओं को लेने के बाद बीजेपी पहले से ही नेताओं के असंतोष से जूझ रही है।

नरेश पटेल को पार्टी में लाना चाहती है कांग्रेस: दूसरी ओर, कांग्रेस ने प्रभावशाली पाटीदार नेता और राजकोट के उद्योगपति नरेश पटेल के लिए अपने दरवाजे खुले रखे हैं, हालांकि, उन्होंने अभी तक पार्टी जॉइन नहीं की है। नरेश ने मार्च में कहा था कि एसकेटी की समितियों के सर्वे के नतीजे राजनीति में उनके प्रवेश का फैसला करेंगे। 23 अप्रैल 2022 को, चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर से मिलने के बाद नरेश ने कहा था कि वह 15 मई 2022 को राजनीति में प्रवेश लेने के अपने फैसले की घोषणा करेंगे। हालांकि, कांग्रेस और प्रशांत किशोर के बीच बात नहीं जमने के बाद फिलहाल नरेश पटेल के फैसले पर भी अभी संदेह है।

हालांकि, हार्दिक के इस्तीफे के एक दिन बाद कांग्रेस एआईसीसी के गुजरात प्रभारी महासचिव रघु शर्मा ने नरेश पटेल से उनके राजकोट फार्महाउस में दो घंटे तक मुलाकात की, जिससे अटकलों का एक और दौर शुरू हो गया कि पार्टी उन्हें लेने की इच्छुक है। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि नरेश भले ही भाजपा में शामिल होने के इच्छुक न हों, लेकिन वह चाहते हैं कि कांग्रेस उनके शामिल होने से पहले उनकी कुछ शर्तें माने।