परीक्षा से वंचित हजारों नर्सिंग स्टाफ ने बूढ़ा तालाब धरना स्थल में देर रात तक किया प्रदर्शन
रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य में बीएससी नर्सिंग स्टाफ की लगातार दो वर्षों से परीक्षा नहीं हो पा रही है। कोराना काल की वजह से बार-बार लग रहे लॉकडाउन की वजह से उनकी परीक्षाएं नहीं हुई हैं। इससे इन विद्यार्थियों का भविष्य अब अंधकार में नजर आने लगा है। स्वास्थ्य मंत्री के आश्वासन के बाद भी संचालक स्वास्थ्य सेवाएं द्वारा परीक्षा आयोजित न करने से उनके भविष्य अंधकार में होने सेवा और रोजी-रोटी, जीवन की प्रगति बाधित होने की आशंका है।
इससे नाराज हजारों नर्सिंग स्टाफ ने दोपहर 12:00 बजे से रात्रि 8:00 बजे तक बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर डटे रह कर प्रदर्शन किया। उन्हें गिरफ्तार करने बड़ी संख्या में पुलिस और वाहनों की कतार लगी हुई थी। छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार झा एवं संभागीय अध्यक्ष संजय शर्मा ने आंदोलनकारियों का समर्थन करते हुए तत्काल परीक्षाएं आयोजित करने की मांग स्वास्थ्य मंत्री से की है।
छात्र विरोधी है छत्तीसगढ़ की सरकार: प्रदीप
सीएम हाउस का घेराव करने निकले छात्र-छात्राओं को पुलिस ने बूढ़ातालाब के पास रोका। घंटों झूमाझटकी के बाद छात्र- छात्राओं के सरकार विरोधी नारे लगाए। इस मौके पर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के नेता प्रदीप साहू ने कहा छत्तीसगढ़ की सरकार छात्र विरोधी है।
छत्तीसगढ़ का युवा पढ़ लिखकर छत्तीसगढ़ छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा करना चाहता है, लेकिन भूपेश सरकार छत्तीसगढ़िया युवाओँ को अनपढ़ बना कर रखना चाहती है। दो साल से जानबूझकर नर्सिंग छात्र छात्राओं का परीक्षा आयोजित नहीं कर सरकार इन छात्र छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही जिसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।