अहिल्या केंद्रीय पुस्तकालय में सफाई कर्मचारी ने किया ध्वजारोहण, भावुक होकर कहा- मेरी जिंदगी की बड़ी उपलब्धि
इंदौर। आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर इंदौर के शासकीय अहिल्या केंद्रीय पुस्तकालय में अनुकरणीय पहल की गई। स्वतंत्रता दिवस पर यहां किसी अधिकारी ने ध्वजाराेहण न करके कार्यालय के सफाई कर्मचारी संजय शिंदे से धवजारोहण कराया गया। साथ ही शाल, श्रीफल और पुष्पों से उनका सम्मान किया गया। आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर शिंदे के लिए यह गर्व की बात थी कि उन्होंने पहली बार राष्ट्रीय ध्वज फहराया।
भावुक होकर शिंदे ने कहा कि मेरी जिंदगी में मुझे वह मिल गया, जो अब तक नहीं मिला है। यह मेरी जिंदगी की बड़ी उपलब्धि है। मैंने कल्पना भी नहीं की थी कि मैं कभी अपने कार्यालय में अधिकारियों के बीच राष्ट्रीय ध्वज फहराऊंगा। नवागत क्षेत्रीय ग्रंथपाल लिली डावर ने बताया कि हम देश के स्वच्छतम शहर इंदौर में रहते हैं। हमारा दायित्व बनता है कि हम अपने स्वच्छता सिपाहियों को सलाम करें, इसीलिए पुस्तकालय परिसर में सफाई कर्मचारी द्वारा ध्वजारोहण कराया गया।
इस अवसर पर अतिथि के रूप में रोटरी क्लब आफ अहिल्या और रोटरी क्लब आफ गैलेक्सी के पदाधिकारी सरजीव पटेल, डा. रवि डोषी, महेशचंद्र दुबे, देवेश वाजपेयी थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व क्षेत्रीय ग्रंथपाल डा. जीडी अग्रवाल ने की। उन्होंने कहा कि अहिल्या केंद्रीय पुस्तकालय का कभी स्वर्णिम काल रहा है। बीच के समय में उतना नहीं हो पाया, लेकिन अब हमें अपनी इस विरासत को फिर उसी स्थान पर पहुंचाना है। अतिथियों का स्वागत पुस्तकालय परिवार के हेमंत कामले, गोपालकृष्ण पांचाल अौर रागिनी गौड़ ने किया।
कार्यक्रम का संचालन पूर्णिमा पांचाल ने किया। आभार कंकना कुमार ने माना। इस अवसर पर पुस्तकालय के कर्मचारी रत्नेश देवलासे, अखिलेश आशीरवाला, रोहित खेर, चारूदत्त पारुलकर, सौरभ सिरसाठ, राकेश यादव, रामनिहोरे यादव आदि उपस्थित रहे। सभी ने राष्ट्रीय ध्वज के सम्मुख अपने दायित्व का ईमानदारी और कर्मठता से निर्वहन का संकल्प लिया।