दाहोद बांध में पड़ी दरार ने बढ़ाई चिंता, एहतियात के तौर पर 6 गेट खोले, मुरम्मत कार्य जारी
रायसेन: बरसात के मौसम में रायसेन के दाहोद बांध में पड़ी दरार ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी। एहतियात के तौर पर बिना देरी के बांध के 6 गेट खोल दिए गए हैं और हजारों क्यूबिक पानी बांध से बाहर निकाला गया है। इससे जलाशय लगभग एक फीट खाली हो गया है। वहीं जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने आठ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद जलाशय की दरार से पानी के रिसाव पर काबू पा लिया है। पोकलेन मशीन से जलाशय की पाल के अंदरूनी हिस्से की खोदाई की गई और दरार में रेत गिट्टी भरी गई है।
जल संसाधन विभाग के एसडीओ विकास आमलानी ने बताया कि बांध की सुरक्षा को देखते हुए हमने पहले तीन गेट और बाद में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में बाकी के तीन गेट और खोले गए। इस बीच बारिश भी होती रही। इस पूरी कवायद में हमने इस बात का विशेष ध्यान रखा की बांध का जल स्तर अपनी क्षमता 1509 फीट से मात्र एक फीट नीचे है। अमलानी ने बताया कि रिसाव को पूरी तरह बंद कर दिया। जिसका मरम्मत संबंधी कार्य पिछले तीन दिनों से जारी हैं।
दाहोद बांध में दरार आने के बाद जिले के दूसरे सबसे बड़ बांध बारना की भी सुरक्षा बढ़ा दी गई हैं। बारना बांध अभी एक मीटर खाली है। पिछले वर्ष 17 सितंबर को 348.60 मीटर फुल भर चुका था बांध | जबकि इस वर्ष 347.40 मीटर जलभराव हुआ है।