बंदूक की नोक पर हुआ था स्काई अस्पताल के संचालक का अपहरण
बिलासपुर। रहस्यमय ढंग से हॉस्पिटल से गायब स्काई अस्पताल संचालक का बंदूक की नोक पर अपहरण किया गया था। रुपयों के लेनदेन के विवाद के चलते अस्पताल संचालक के पार्टनर डाक्टर सहित अन्य ने मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। डाक्टर दिल्ली एयरपोर्ट से रायपुर पहुंच गए। जहां से पुलिस उन्हें लेकर बिलासपुर आ गई है। उनसे पूछताछ कर अपहरणकर्ताओं की तलाश की जा रही है। स्काई हॉस्पिटल के संचालक प्रदीप अग्रवाल बीते रविवार की शाम अस्पताल से संदिग्ध परिस्थियों में गायब हो गए। दरअसल, गायब होने से पहले उन्होंने अपनी कार को ड्राइवर के माध्यम से घर भिजवाया था। इस बीच चार करीब चार बजे प्रदीप गायब हो।
इसके बाद उनके चालक के पास मोबाइल से काल आया। इस दौरान उन्होंने घर से चेक बुक मंगाया और एक अनजान व्यक्ति को देने की बात कही। फिर कुछ देर बाद डाक्टर ने अनजान नंबर से काल किया और अपनी जान का खतरा बताया। इससे घबराए चालक ने डाक्टर की पत्नी व स्वजन को इस घटना की जानकारी दी। इसके बाद इस घटना की सूचना पुलिस को दी गई। इस घटना के बाद से ही पुलिस की अलग-अलग टीम मामले की जांच में जुट गई थी।
साइबर सेल की टीम ने डाक्टर के मोबाइल सहित अन्य संदिग्ध मोबाइल नंबरों की जांच में जुट गई। इधर, अस्पताल स्टाफ से पूछताछ करने के बाद रुपयों के लेनदेन का विवाद सामने आया। इसी आधार पर पुलिस की टीम मुरादाबाद के लिए रवाना किया। दरअसल, अस्पताल संचालक प्रदीप ने मुरादाबाद के डा. मो. आरीफ व डा. शैलेंद्र मसीह पार्टनरशिप में काम करते थे। इस दौरान स्र्पयों का विवाद हुआ था। इसी विवाद के चलते संचालक के गायब होने की बातें सामने आई। लेकिन, पुलिस के सक्रिय होने के बाद अपहरणकर्ता डाक्टर व अन्य ने उन्हें दिल्ली एयरपोर्ट में छाेड दिया।
मंगलवार की सुबह अस्पताल संचालक फ्लाइट से रायपुर आ गए और पुलिस को सूचना दी। खबर मिलते ही एसपपी दीपक झा के निर्देश पर पुलिस की टीम उन्हें रायपुर से लेकर आ गई। अस्पताल संचालक ने बयान दिया है कि डा. आरिफ व डा. शैलेंद्र मसीह ने बंदुक की नोंक पर उनका अपहरण किया था। इस वारदात में नर्सिंग स्टाफ फिरोज, रिजवान व आरीफ शामिल थे। आरोपितों का नाम सामने आते ही पुलिस की टीम उन्हें पक़डने के लिए रवाना हो गई है।