रायपुर के शंकराचार्य आश्रम में अनंत भगवान की हुई विशेष पूजा
रायपुर। ज्योतिष पीठाधीश्वर एवं द्वारका शारदा पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाराज द्वारा स्थापित शंकराचार्य आश्रम बोरियाकला में भगवान अनंत का रविवार को विधिवत पूजन वेद वेदांग संस्कृत विद्यालय के छात्र अध्यापक एवं त्रिपुर सुंदरी प्रेमाम्बा के भक्तों द्वारा किया गया। इस मौके पर अनंत चतुर्दशी के पावन पर्व पर रजत तथा कुश से निर्मित शेष शैया में विराजमान भगवान अनंत को 14 प्रकार की वनस्पतियां 14 प्रकार के फूल, 14 प्रकार की पत्तियां, 14 मालपुआ और 14 गांठ की अनंत धारा अर्पित की गई।
आश्रम के प्रभारी ज्योतिषाचार्य डा. इंदुभवानन्द महाराज ने बताया कि संन्यासियों, ब्रह्मचारियों, सद्गृहस्थों का चातुर्मास व्रत गुरु पूर्णिमा व्यास पूजन से शुरू होता है। चातुर्मास व्रत अनंत चतुर्दशी में भगवान अनंत के पूजन से समाप्त हो जाता है। पूजन में विशेष रूप से आचार्य धर्मेंद्र, वैदिक दीपक पांडेय, अनिल पांडेय, संजू त्रिपाठी, रोशन, लक्ष्मीनारायण धूत आदि लोग उपस्थित रहे।
मंथन बैठक में आए सुझाव, सामूहिक और विधि-विधान से होगा श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान
पितृपक्ष पर गायत्री परिवार में होने वाले सामूहिक श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान के साथ ही आगामी नवरात्रि के संबंध में मंथन बैठक गायत्री शक्तिपीठ समता कालोनी में हुई। बैठक में जिला संगठन के साथ गायत्री परिवार, गायत्री परिवार ट्रस्ट के ट्रस्टी मौजूद रहे। इस दौरान सभी से बारी-बारी से सुझाव लेते गए सुझाव लिए।
बैठक में सामूहिक रूप से निर्णय लिया कि श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान विधि-विधान से मुफ्त में होगा। गायत्री परिवार ट्रस्ट ने बताया कि पितरों के मोक्ष की प्राप्ति के लिए यदि ज्यादा संख्या में परिवार आते हैं और पंजीयन कराते हैं तो उसके हिसाब से और उनके दिन के हिसाब से शक्तिपीठ द्वारा व्यवस्था की जाएगी।
वहीं गायत्री परिवार ट्रस्ट यह भी देखेगा कि एक समय में लगभग कितने स्वजन हैं, जो सामूहिक श्राद्ध में भाग ले रहे हैं। बैठक में प्रमुख रूप से गायत्री परिवार ट्रस्ट के मुख्य प्रबंध ट्रस्टी श्याम बैस, जोन समन्वयक दिलीप पाणिग्रही, ट्रस्टी सदाशिव हथमल, ट्रस्टी आदर्श वर्मा, ट्रस्टी हनुमान प्रसाद अग्रवाल, ट्रस्टी दीनानाथ शर्मा, उप जोन समन्वयक सीपी साहू, जिला समन्वयक लच्छू राम निषाद, दावड़ा कालोनी शक्तिपीठ के ट्रस्टी सुखदेव देवांगन, वरिष्ठ सदस्य मोहन उपारकर के साथ कई लोग उपस्थित रहे।