बोड़तरा हत्याकांड: आरोपित ने थाने में किया समपर्ण, दो पुत्र भी पकड़ाए
बिलासपुर। मुंगेली जिले के लोरमी थाना अंतर्गत बोड़तरा गांव में ग्रामीण की हत्या के बाद पिता और दोनों पुत्र अलग-अलग छिप गए थे। पुलिस ने जूनापारा और चिल्फी में दबिश देकर पिता पुत्र को पकड़ लिया। वहीं, एक भाई को गांव में ही गिरफ्तार कर लिया।
मुंगेली जिले के लोरमी थाना अंतर्गत बोड़तरा निवासी रोहित साहू का गांव के ही भागवत जायसवाल से विवाद चल रहा था। भागवत जायसवाल 2019 में एक मामले में जेल गया था। मामले में रोहित साहू प्रार्थी था। इसके कारण भागवत उससे रंजिश रखता था। न्यायालय से जमानत मिलने के बाद रोहित भागवत रोहित से बदला लेने की योजना बना रहा था। सोमवार की दोपहर गांव में गणेश विसर्जन हो रहा था। इसमें रोहित का भतीजा छोटू भी शामिल था।
इसी दौरान भागवत ने जानबूझकर छोटू से विवाद किया। इसके बाद अपने पिता कुंभकरण जायसवाल और भाई शिव जायसवाल के साथ मिलकर छोटू से मारपीट की। मारपीट की जानकारी होने पर रोहित अपनी पत्नी रेखा के साथ भागवत के घर पहुंच गया। उसमें अपने भतीजे से हुई मारपीट के संबंध में पूछताछ की। इस पर भागवत घर से लाठी लाकर उनकी पिटाई करने लगा।
इसी बीच तीनों ने मिलकर रोहित पर टंगिया से हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद पिता-पुत्र फरार हो गए। मामले में पुलिस जुर्म दर्ज कर आरोपित पिता-पुत्रों की तलाश कर रही थी। बुधवार को कुंभकरण ने चिल्फी चौकी में पहुंचकर आत्मसमपर्ण कर दिया। वहीं, भागवत को पुलिस ने जूनापारा में पकड़ लिया। इसके बाद शिव को गांव में ही पकड़ लिया।