मिंटो हॉल परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने झंडे को लेकर भिड़े कांग्रेस-भाजपा कार्यकर्ता
भोपाल। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जंयती पर भाजपा व कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच पुरानी विधानसभा मिंटो हॉल परिसर में स्थापित महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने अपनी-अपनी झंडे लगाने को लेकर विवाद हो गया। सूचना मिलते ही कलेक्टर अविनाश लवानिया व डीआइजी इरशाद वली मौके पर पहुंचे और विवाद को शांत कराया।
दरअसल आज सुबह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज यहां राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और देश के द्वितीय प्रधानमंत्री रहे लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम माल्यार्णण करने पहुंचे थे। इसके लिए भाजपा कार्यकर्ताओं ने मंच तैयार किया था। आसपास भाजपा के झंडे लगाए गए थे। इसके बाद यहां पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ के आने का भी कार्यक्रम था। उनके आने से पहले कांग्रेस के कार्यकर्ता भी मिंटो हॉल पहुंच गए और अपनी पार्टी के झंडे लगाने लगे। इसी बात को लेकर दोनों पार्टियों के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए और नारेबाजी करने लगे। भाजपा जिला अध्यक्ष सुमित पचौरी के नेतृत्व में कार्यकर्ता अपनी पार्टी का झंडा उठाए भारत माता के नारे लगाने लगे। वहीं दूसरी ओर जिला कांग्रेस अध्यक्ष कैलाश मिश्रा के नेतृत्व में कांग्रेसी आ गए और जवाबी नारेबाजी करने लगे। बाद में कैलाश मिश्रा ने बताया कि कोई विवाद नहीं था। भाजपा ने अपने झंडे लगा दिए थे। उनका एक झंडा गिर गया। इस पर भाजपा के नेताओं ने आपत्ति जताई। उन्हें लगा कि कांग्रेसियों ने झंडे को निकाल दिया। महज पांच मिनट तक भाजपा व कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच मामूली कहासुनी हुई। कोई बड़ी बात नहीं थी।