बोरिस जानसन बोले- अस्थायी वीजा जारी कर ट्रक ड्राइवरों की कमी करेंगे दूर, आव्रजन नियमों की भी होगी समीक्षा
लंदन। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जानसन ने कहा कि वह आव्रजन नियम को समीक्षा के दायरे में लाएंगे। टैंकर ड्राइवरों की कमी से निपटने के लिए उन्होंने और अस्थायी वीजा जारी करने के संकेत दिए हैं। ताकि ड्राइवरों की कमी से ब्रिटेन में पेट्रोल, डीजल और गैस की आपूर्ति में परेशानी होने से हुई ईंधन की किल्लत को दूर किया जा सके।ब्रिटेन ने पिछले सप्ताह कहा था कि 5000 विदेशी ट्रक ड्राइवरों और 5,500 पोल्ट्री कामगारों के लिए वह अस्थायी वीजा जारी करेगा।
ड्राइवरों और पोल्ट्री कामगारों की कमी से गैस स्टेशनों में ईधन की आपूर्ति में बाधा और खाद्य उत्पादन में कठिनाई पैदा हो गई है।ब्रिटेन के रोड हालेज एसोसिएशन (आरएचए) ने कहा है कि कामगारों के उद्योग छोड़ने के कारण देश एक लाख ड्राइवरों की कमी से जूझ रहा है। पहली वजह यह कि महामारी ने करीब एक साल से ड्राइवरों के प्रशिक्षण और जांच पर रोक लगा रखी है।
दूसरी वजह कि ब्रेक्जिट के बाद के आव्रजन नियमों ने यूरोप से ड्राइवरों को काम पर रखने पर रोक लगा दी है। एक अस्पताल के दौरे पर आए जानसन ने कहा, ‘मौजूद प्रणाली हमें आव्रजन को नियंत्रित करने की अनुमति और लचीलापन मुहैया कराती है। यदि जरूरत पड़ी तो हम अपना बाजार खोलेंगे और हर चीज की समीक्षा करेंगे।’
ब्रिटेन में गहराए आपूर्ति संकट को लेकर विपक्ष ने ब्रेक्सिट को दोषी ठहराया है जबकि सरकार का कहना है कि जरूरी वस्तुओं की कमी महामारी के चलते हुए एक अस्थायी समस्या है। ब्रिटिश सरकार का कहना है कि इस समस्या को दीर्घकालिक प्रशिक्षण के जरिए हल कर लिया जाएगा। क्रिसमस के मौसम में आपूर्ति को पूरा करने के लिए योजना को 5,500 पोल्ट्री श्रमिकों तक भी बढ़ाया जा रहा है।
हाल ही में ब्रिटेन के परिवहन मंत्री ग्रांट शाप्स ने कहा था कि सरकार आने वाले दिनों में भारी माल वाहन चालकों की कमी को पूरा करने के लिए ढुलाई और खाद्य उद्योगों की मदद करने की भी कोशिश करेगी। उनका कहना था कि उद्योगों को भी आपूर्ति सुनिश्चित करने के काम में आगे आना चाहिए और स्थिति में सुधार के साथ अपनी भूमिका निभानी चाहिए। ग्रांट शाप्स ने अपील की थी कि कंपनियों को ड्राइवरों को काम पर बनाए रखने के लिए उनकी तनख्वाह भी बढ़ानी चाहिए।