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तिरंगे से लिपटा शहीद का पार्थिव शरीर पहुंचा गांव, स्वजनों व रिश्तेदारों का रो-रोकर बुरा हाल

अंतागढ़।  नारायणपुर जिले के कन्हारगांव में बीती शाम हुए नक्सली हमले में आईडी ब्लास्ट के दौरान शहीद हुए पांच जवानों में से एक जवान देवकरण देहारी पिता विजय सिंह देहारी उम्र 31 वर्ष जो कि कांकेर जिला अंतर्गत अंतागढ़ के पोड़गांव का रहने वाला था, जहां तिरंगे से लिपटा हुआ शहीद का शव आज सुबह 11 बजे नारायणपुर से उनके गृह ग्राम पोड़गांव सड़क मांग से होते हुए कड़ी सुरक्षा के बीच लाया गया। पोड़गांव पहुंचने पर गांव के मुख्य चौक पर ही गांव के लोगों ने फूल माला चंदन गुलाल से शहीद के पार्थिव शरीर को वाहन रोककर श्रद्धांजलि अर्पित की।

पोडगांव के ग्रामीण एवं शहीद के सभी दोस्त यारों ने करण देहारी अमर रहे, माओवादी मुर्दाबाद के जमकर नारे लगाते हुए शहीद के शव को लेकर पहुंची। वाहन के आगे विशाल जुलूस शहीद के घर तक निकाला, साथ ही माओवादियों के इस कृत्य पर कड़ी नाराजगी जाहिर की। इस घटना की खबर मिलने के बाद से पोड़गांव क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई और लोग इस नक्सल घटना के प्रति नाराजगी जाहिर करने लगे। शहीद देवकरण को श्रद्धांजलि स्वरूप आज अंतागढ़ इमलीपदर पोड़गांव, लामकंहार स्वसर्फूत बंद रखा गया था।

अंतागढ़ विधायक अनूप नाग, पूर्व विधायक मंतुराम पवार, नगर पंचायत अध्यक्ष राधेलाल नाग, उपाध्यक्ष अमल सिंह नरवास सहित क्षेत्र के तमाम राजनेता जनप्रतिनिधि, गांव के लोगों ने शहीद देवकरण को उनके घर पहुंचकर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और इन सभी ने शहीद के माता पिता, भाई और उनकी मंगेतर सहित परिवार को दुख की इस घड़ी में ढांढस बंधाया।

सैकड़ों की संख्या में शहीद के अंतिम दर्शन करने बड़ा जन सैलाब पोडगांव के पटेल पारा में देखा गया। यहां के उप स्वास्थ्य केंद्र स्कूल में पदस्थ कर्मचारियों ने भी मौके पर पहुंचकर शहीद को श्रद्धांजलि दी। अंतागढ़ एसडीएम सीएल ओटी, एसडीओपी अंतागढ कौशलेंद्र पटेल, टीआई नितीन तिवारी सहित प्रशासनिक अधिकारी कर्मचारी सभी ने बारी बारी से शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित कर सलामी दी।

दोपहर 12:30 बजे शहीद के पार्थिव शरीर को लेकर उनके निवास से शव यात्रा पोडगांव स्थित मुक्तिधाम के लिए निकाली गई। इसमें विधायक अनुप नाग भी शामिल रहे और उन्होंने शहीद को कांधा भी दिया। इनके अलावा मंतूराम पवार, राधेलाल नाग, अमल नरवास भी अंतिम यात्रा में उपस्थित थे। गांव के युवा शहीद के पार्थिव शरीर संग देवकरण देहारी अमर थे। माओवादी मुर्दाबाद के जमकर नारे लगाते हुए। फिर फे चलने लगे राजकीय सम्मान के साथ शहीद को गाड आफ आनर देकर अंतिम विदाई दी गई। जहां शहीद देवकरण के पिता विजय सिंह ने अपने मंझले पुत्र देवकरण को नम आंखो से रीति रिवाज अनुसार मुखाग्नि दी।

आगामी 20 अप्रैल से शुरू होने वाले अपने वैवाहिक कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर देवकरण बहुत खुश था और वह अपने परिवार के बीच शादी की तैयारियों के सिलसिले में अपने घर पोडगांव सप्ताह भर पहले ही आया था। शहीद देवकरण देहारी के छोटे भाई रोमनाथ देहारी ने ये बात बताते हुए कहा कि आमाबेड़ा धनोरा के खौली गांव में उनके भाई देवकरण की शादी तय हुई थी शादी के कार्ड भी छपने शुरू हो गए थे और कुछ छपकर बांटने का काम चल रहा था। 20 अप्रैल से उसकी शादी का कार्यक्रम यहां पोड़गांव में शुरू होना था और अब ये दु:खद घटना हो गई। शहीद देवकरण को उनकी मंगेतर ने आज अपने होने वाले ससुराल पहुंच कर रोते बिलखते हुए भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। जिसे देख वहां उपस्थित हर एक की आंखे नम हो गई।

31 वर्षीय शहीद करण देहारी के भाई रोमनाथ ने बताया कि नारायणपुर के विवेकानंद आश्रम में रहकर 12वीं तक की पढ़ाई देवकरण ने पूरी की थी उनकी रूची खेल को लेकर फुटबाल में बेहद थी वे उसके वे खिलाड़ी थे पुलिस भर्ती से पूर्व में भैया अंतागढ़ पोड़गांव में रहकर निजी सवारी वाहनों को चलाया करते थे। बाद में उन्होंने 2006- 7 में पुलिस सेवा को चुना

शहीद के पिता विजय सिंह देहारी 72 वर्ष के है, जो की पूर्व में कोदागांव स्कूल में चपरासी के पद पर कार्यरत थे। वहीं शहीद की माता भानो बाई जो कि घरेलू महिला है वे दोनों अब बुर्जुग हो गए हैं और घर पर रहकर खेती किसानी का कार्य करते है अपने बेटे देवकरण की शादी को लेकर पूरा परिवार बहुत उत्साह में था पर अब उनका ये उत्साह मातम में तब्दील हो गया है। माता पिता ये मान ही नहीं रहे है की उनका बेटा देवकरण अब इस दुनिया में नहीं है विजय सिंह और भानो बाई की कुल तीन संताने हैं और सभी बेटे है। बड़ा किसन देहारी जो की कोयलीबेड़ा में एंबुलेंस चालक है। मंझला करण देहारी जो कि पुलिस का जवान था और सबसे छोटा रोमनाथ देहारी जो की आयुर्वेदिक अस्पताल में वाहन चालक है।

नेता प्रतिपक्ष और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु देव साय व धरमलाल कौशिक ने शहीद देवकरण देहारी के परिवार वालों से फोन से बात कर संवेदना व्यक्त की एवं शोक सन्तिप्त परिवार को हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया।