तिल्लौर खुर्द से तिंछा फाल, केवड़ेश्वर और रालामंडल की सड़कें बर्बाद, मरम्मत तक नहीं कर रहा लोक निर्माण विभाग
इंदौर। जिले के तिल्लौर खुर्द गांव को तिंछा फाल, केवड़ेश्वर और रालामंडल से जोड़ने वाली सड़कें पूरी तरह बर्बाद हो चुकी हैं। जगह-जगह इतने गड्ढे हाे चुके हैं, सड़क का नामोनिशान नहीं दिखता। इन सड़कों के निर्माण और मरम्मत की जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग के पास है और कुछ हिस्सा ग्रामीण् विकास विभाग के अधीन है, लेकिन अधिकारियों की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। एक तो विभागाें की लापरवाही और दूसरे अवैध खनन करने वाले डंपरों के कारण सड़कों की यह हालत हो गई है।
तिल्लौर खुर्द से तिंछा तक की करीब पौने पांच किलोमीटर लंबी सड़क कई साल पहले प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनी थी। इसके बाद समय-समय पर पीडब्ल्यूडी द्वारा इसकी मरम्मत होती रहती है, लेकिन इस रोड पर मुरम और गिट्टी खदानों के डंपर चलने से रोड चौपट हो चुकी है। यही हाल तिल्लौर खुर्द से केवड़ेश्वर की करीब तीन किलोमीटर सड़क का है। तिल्लौर खुर्द के रहवासी कैलाश भंडारी का कहना है कि तिल्लौर खुर्द से तिंछा फाल और मुहाड़ी फाल का रास्ता है। इस मार्ग से गुजरने वाले पर्यटकों को भी काफी परेशानी आती है। पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों को कई बार सड़कों की दुर्दशा के बारे में बताया, लेकिन वे ध्यान नहीं देते।
रंजनसिंह पटेल कहते हैं, कि तिल्लौर खुर्द आसपास के आठ-दस गांवों का केंद्र बिंदु है। रविवार के दिन इन सड़कों का उपयोग शहर से आने वाले कई पर्यटक करते हैं। उस समय हालत देखने लायक होती है। तिंछा, मुहाड़ी फाल के अलावा उदयनगर, ओखलेश्वर देवनालिया के प्रसिद्ध हनुमान मंदिर तक जाने वाली सड़क भी यहीं से गुजरती है। इतनी महत्वपूर्ण सड़क को शासन ने उपेक्षित छोड़ रखा है। इस सड़क का उपयोग किसान खेतों से अपनी फसल लाने के लिए भी करते हैं। पर सड़क की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि किसानों के वाहन भी नहीं निकल सकते। जो लोग तिल्लौर खुर्द से तिंछा हाेते हुए सिमरोल की ओर जाना चाहते हैं, उनके लिए भी मुश्किल है।