ब्रेकिंग
कांग्रेस की राजनीति का उद्देश्य युवराज को लांच कर परिवार के लिए सत्ता का उपयोग करना है -मुख्यमंत्री विष्णु देव साय। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा न... बृजमोहन अग्रवाल का जन्मदिन माता देवालय वार्ड तालाब समीप में झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ ने वार्डवासियों के साथ मनाया रायपुर लोकसभा में इस बार भाजपा का तिलस्म टूटेगा,विकास उपाध्याय की होगी अच्छी जीत:- भूपेश बघेल रायपुर लोकसभा में इस बार भाजपा का तिलस्म टूटेगा,विकास उपाध्याय की होगी अच्छी जीत:- भूपेश बघेल भाटापारा विधायक इन्द्र साव ने कांग्रेस की महालक्ष्मी नारी न्याय गारंटी का शुभारंभ किया थाना भाटापारा ग्रामीण पुलिस द्वारा भाटापारा क्षेत्र निवासरत एक बडे मोटरसाइकिल चोर गिरोह का किया गया पर्दाफाश मोटरसाइकिल चोर गिरोह के एक अपचारी बालक स... भाजपा सांसद सक्रिय होता तो क्षेत्र की इतनी दुर्दशा नही होती:-विकास उपाध्याय क्षेत्र की जनता ने जिस प्रकार विधानसभा में कांग्रेस को जिताया है,उसी प्रका... भाजपा सांसद सक्रिय होता तो क्षेत्र की इतनी दुर्दशा नही होती:_विकास उपाध्याय। क्षेत्र की जनता ने जिस प्रकार विधानसभा में कांग्रेस को भारी मतों से जिता... रायपुर के कांग्रेस भवन में भाटापारा विधायक इन्द्र साव का जन्मदिवस मनाया गया लोकसभा चुनाव से पहले बढ़ी कांग्रेस की मुश्किलें, महादेव एप में छत्‍तीसगढ़ के पूर्व CM भूपेश बघेल के खिलाफ FIR दर्ज

4 दिन पहले कांग्रेस से आई सुलोचना रावत को ही भाजपा ने क्यों बनाया प्रत्याशी? जानिए वजह

अलीराजपुर: आज मां दुर्गा की नवरात्रि के पहले दिन ही भाजपा ने जोबट चुनाव को लेकर अपने पत्ते खोल दिए हैं। यहां से पूर्व मंत्री एवं दो बार विधायक रही सुलोचना रावत को अपना उम्मीदवार बनाया है। सुलोचना रावत अपने पुत्र विशाल रावत के साथ चार दिन पहले ही कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गई। तब से ही जोबट की जनता यह क्यास लगा रही थी कि भाजपा से सुलोचना या बेटे विशाल रावत को टिकट मिलेगा तो आज ये स्पष्ट हो गया कि भाजपा अब सुलोचना रावत और कांग्रेस के भरोसे रहेगी। चलिए हम बताते है कि भाजपा क्यों रहेगी सुलोचन के भरोसे।

सुलोचना रावत का कांग्रेस से पुराना रिश्ता है। पूर्व राज्य मंत्री और दो बार विधायक रही गांव-गांव में सुलोचना बहन के नाम से प्रचलित है। क्षेत्र में अच्छी पकड़ रखने वाली सुलोचना रावत और रावत का पूरा परिवार पचास सालों से कांग्रेस की राजनीति करता आ रहा है। अब भाजपा के पास यहां का लोकल केंडिडेट नहीं था।

यहां पूर्व विधायक माधोसिंह डावर पर पार्टी दो बार भरसा जता चुकी है। सुलोचना रावत के कांग्रेस छोड़ भाजपा में जाने से और भाजपा ने अपने कर्मठ कार्यकर्ताओं को सुलोचना के लिए नजर अंदाज करना कितना फायदेमंद साबित होगा यह तो जोबट की जनता तय करेगी।